कलवार समाज के भगवान बलराम के मुख्य नाम
बलराम जी के नाम :
- माता रोहिणी के गर्भ से उत्पन्न हुए अतः बलराम जी को “रौहिन्या” रोहिणीपुत्र कहा जाता है
- बलराम जी मुसल और हल धारण करतें हैं इसी लिए उन्हें “सिरपानी” “हलधर”; “हलायुध” और मुसल धारक होने के कारन “मुसली” कहा जाता है |
- बलराम जी को देवकी माता के गर्भ से योगमाया द्वारा रोहिणी के गर्भ में लाया गया । अतः उनका एक नाम “संकर्षण” भी पड़ा ।
- श्री कृष्ण उन्हें प्यार से “दाऊ” कह कर बुलाया करते थे |
- पुरोहित गर्गाचार्य जी ने इनका नाम कारण “राम” के नाम से किया, और कहा की इस लड़के को बहुत ही बल होगा, बल श्रेष्ठ होगा, अतः उन्हें “बलराम” के नाम से भी जाना जाता है |
- अत्यधिक और श्रेष्ठ बल तथा सौम्य होने कारण उन्हें “बलभद्र” कहा जाता है|
- “रेवतीरमण” तथा “रेवितीताहारथ” रेवती उनकी पत्नी थीं उन्ही के नाम था पर ये नाम हुए |
- धैर्य और सहनशीलता के स्वामी माने जाने के कारण उन्हें “धृतनाथ ” कहा जाता है |
- “फणीश्वर” और “फणी” सेसनाग के अवतार माने जाने के कारण !
- “रामभद्र” और “राम” भी कहा जाता है क्योंकि वे सर्वोच्च आनंद और शांति देने वाले हैं |