बिहार कलवार समाज के सदस्य गण बुद्धिजीवी कृपया जातिगत जनगणना के पहले अवश्य ध्यान दें।
हिन्दी में “अन्य पिछड़ा वर्ग” अंग्रेजी में “Other Backward Class” या शॉर्ट फोर्म (OBC) सरकारी वर्गीकरण में से एक है।मुझे प्राप्त जानकारी अनुसार बिहार में अन्य पिछड़ा वर्ग या फिर OBC (1) के अंतर्गत लगभग 33 जातियाँ आती है | कलवार जाति को आप नीचे के लिस्ट में 12 नम्बर के Box मेँ देख सकते हैं । बनिया, कलवार जाति तो ठीक है पर इस के उप वर्गिकरण में सुधार की आवश्यकता है ।यह सुधार यदि जातिगत जनगणना होती है तो उसके पहले करवाने की आवश्यकता होगी ।
12 | बनिया-(सूढी, मोदक / मायरा, रोनियार, पनसारी, मोदी, कसेरा, केशरवानी, ठठेरा, कलवार (कलाल/एराकी), (वियाहुत कलवार), कमलापुरी वैश्यल, माहुरीवैश्यर, बंगी वैश्य(बंगाली बनिया), बर्नवाल, अग्रहरि वैश्य, वैश्य पोद्दार, कसौधन, गंधबनिक, बाथम वैश्य, गोलदार(पूर्वी / पश्चिम चंपारण), कमलापुरी वायल |
वर्तमान सूची (बिंदु 12) में समस्याएँ:“कलवार (कलाल/एराकी), (वियाहुत कलवार)” — यहां “कलाल/एराकी” शब्द का प्रयोग भ्रमकारी है। “कलाल” एक अलग पहचान रखता है और मुस्लिम समुदाय से भी जुड़ा हुआ नाम है।
“वियाहुत कलवार” — यह “उपजाति” के रूप में समझा जा सकता है, लेकिन जनगणना में जाति के कॉलम में केवल “कलवार” ही जाना चाहिए।
अन्य नाम जैसे – माहुरी वैश्य, पोद्दार, अग्रहरि, केशरवानी, गंधबनिक, कमलापुरी, बर्नवाल, बाथम वैश्य आदि — ये सभी यदि अलग-अलग जातियाँ हैं, तो जिन्हें कलवार जाति से जोड़ना उचित नहीं।
✅ सुधार हेतु सुझाव:
जातिगत जनगणना हेतु निम्न बिंदुओं पर ज़ोर देना चाहिए:
🔷 1. जाति कॉलम में क्या लिखा जाए:
“कलवार” — सिर्फ यही एक शब्द लिखा जाए
✅ उपजातियाँ (जैसे वियाहूत, जायसवाल, खरीदहा, शौण्डिक/सुंडी, जैसार आदि) को जाति नहीं माना जाए, केवल “कलवार” ही मुख्य जाति के रूप में अंकित हो, और वियाहूत, जायसवाल, खरीदहा, शौण्डिक/सुंडी, जैसार यदि उपजाति के रूप में अंकित हो ।
🔷 2. सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त वर्ग:
अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC -1)
यह वर्गीकरण सही है और कलवार जाति इसमें सम्मिलित है।
🔷 3. सुझाव के रूप में प्रस्तुत वाक्य:
बिहार सरकार एवं जातिगत जनगणना प्राधिकरण से अनुरोध है कि कलवार जाति को OBC सूची में स्पष्ट रूप से “कलवार” नाम से ही रखा जाए और इसके अंतर्गत आने वाली उपजातियों को स्वतंत्र जाति के रूप में दर्ज न किया जाए, ताकि जाति की वास्तविक संख्या और सामाजिक स्थिति का सही आकलन हो सके।
📢 समाज के लिए जागरूकता संदेश (WhatsApp / Poster के लिए):
✍️ ” कलवार समाज के सभी सदस्य ध्यान दें – जातिगत जनगणना में अपनी जाति “कलवार” ही दर्ज करवाएँ। उपजातियाँ जैसे वियाहूत, जायसवाल, खरीदहा, शौण्डिक/सुंडी, जैसार आदि को जाति कॉलम में न लिखें। यह जरूरी है ताकि हमारी एकता बनी रहे और सरकारी लाभ व मान्यता में कोई बाधा न आए।”
— मनोज कुमार शाह , तिनसुकिया, असम
बिहार जाति आधारित जनगणना रिपोर्ट में हम कलवार की परिस्थिति सोंचनीय है ।

Sl. no. | Caste |
1 | विलोपित |
2 | कागजी |
3 | कुशवाहा (कोईरी) |
4 | कोस्ता |
5 | गद्दी |
6 | घटवार |
7 | चनउ |
8 | जदुपतिया |
9 | जोगी (जुगी) |
10 | नालबंद (मुस्लिम) |
11 | परथा |
12 | बनिया-(सूढी, मोदक / मायरा, रोनियार, पनसारी, मोदी, कसेरा, केशरवानी, ठठेरा, कलवार (कलाल/एराकी), (वियाहुत कलवार), कमलापुरी वैश्यल, माहुरीवैश्यर, बंगी वैश्य(बंगाली बनिया), बर्नवाल, अग्रहरि वैश्य, वैश्य पोद्दार, कसौधन, गंधबनिक, बाथम वैश्य, गोलदार(पूर्वी / पश्चिम चंपारण), कमलापुरी वायल |
13 | यादव-(ग्वाला, अहीर, गोरा, घासी, मेहर, सदगोप, लक्ष्मी नारायण गोला) |
14 | रौतिया |
15 | शिवहरी |
16 | सोनार |
17 | सूत्रधार |
18 | सुकियार |
19 | ईसाई धर्मावलंबी (हरिजन) |
20 | ईसाई धर्मावलंबी (अन्य पिछडी जाति) |
21 | कुर्मी |
22 | भाट/भट/ब्रह्मभट्ट/राजभट (हिन्दू) |
23 | जट (हिन्दू) (सहरसा, सुपौल, मधेपुरा और अररिया जिलों के लिए) |
24 | मडरिया (मुस्लिम) (मात्र भागलपुर जिला के सन्हौाला प्रखंड एवं बांका जिला के धोरैया प्रखण्डr के लिए) |
25 | दोनवार (केवल मधुबनी और सुपौल जिलों के लिए) |
26 | सुरजापुरी मुस्लिम (शेख, सैयद, मल्लिक, मोगल, पठान को छोडकर) (केवल पूर्णियां, कटिहार, किशनगंज एवं अररिया जिलों के लिए) |
27 | मलिक (मुस्लिम) |
28 | राजवंशी(रिसिया एवं पोलिया |
29 | छीपी |
30 | गोस्वामी, सन्यासी, अतिथ /अथित, गोसाई, जति/यती |
31 | ईटफरोश/ईटाफरोश /गदहेडी |
32 | सैंथवार |
33 | किन्नर/कोथी/हिजड़ा/ट्रांसजेन्डर |
https://www.livehindustan.com/bihar/jamui/story-kalal-araki-caste-join-the-backward-2809589.html